जैकी श्रॉफ साफ दिल और बेबाकी से बोलने के लिए जाने जाते हैं. जब भी किसी से मिलते हैं तो इतनी गर्मजोशी से मिलते हैं कि सामने वाला उनके उस ऑरा से इंप्रेस हुए बिना रह पाता. जैकी आज जिंदगी में अच्छा कर रहे हैं. उनका बेटा टाइगर श्रॉफ बड़ा स्टार बन चुका है और बेटी कृष्णा भी करियर में अपने कदम जमा रही है. बड़ा घर है गाड़ियां हैं लेकिन जैकी के दिल में आज भी एक कमी है. वह आज भी अपनी मां को बहुत मिस करते हैं और बड़े घर की दीवारों को रिश्ते के बीच की दूरी समझते हैं.
जैकी ने एक इंटरव्यू में कहा था, जब हम छोटे थे तो एक ही कमरे में सब साथ सोते थे. मुझे खांसी होती थी तो अम्मी उठ जाती थी...तू ठीक तो है ना ? अम्मी खांसती थी तो डैडी उठ जाते थे...भाई उठ जाते थे कि पानी-वानी दूं ? अब बड़ा घर है...अम्मी को अलग रूम दिया...खुशी हुई कि उनको एक अलग कमरा दिया लेकिन बीच में दीवारें आ गईं. उनको हार्ट अटैक आया और उन्होंने रात में ही जान गंवा दी...हम एक कमरे में होते तो ऐसा नहीं होता...मैं उठाके उनको अस्पताल ले जाता...लेकिन दीवारें बीच में आ गईं.
जैकी श्रॉफ ने याद किया मां का स्ट्रगल
जैकी श्रॉफ ने बताया कि जब फीस के लिए पैसे नहीं होते थे तो मां अपनी साड़ी बेच देती थी. बर्तन बेचकर भी पढ़ाया है उन्होंने मुझे. हमेशा कहती थी दूसरों की इज्जत कर...लेकिन ज्यादा भी मत झुक कि कोई तुझे पायदान बना ले...बस इतना झुक कि तेरी पगड़ी ना गिरे. बोलती थी सबको इज्जत दे बेटा. घर का चूल्हा हमेशा गर्म रखा...जिसको भी खाना खिलाने का मौका मिले खिलाना. पैसे हों ना हों...किसी से लेले मगर खिला लोगों को.
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