चूरू. 'साहब, बच्चों की सीखने की क्षमता कम होने की वजह से परीक्षा परिणाम न्यून रहा। किसी ने कहा, कक्षा में गरीब तबके के बच्चे अधिक होने के कारण परीक्षा परिणाम न्यून रहा।Ó
इस तरह के अजीबोगरीब स्पष्टीकरण शुक्रवार को कार्यालय उप निदेशक माध्यमिक शिक्षा चूरू में हुई व्यक्ति सुनवाई के दौरान न्यून परीक्षा परिणाम देने वाले शिक्षकों ने मौखिक व लिखित रूप से दिए। शैक्षिक प्रकोष्ठ अधिकारी सोमेश शर्मा ने बताया कि 10 वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा 2017 में न्यून परिणाम देने वाले चूरू जिले के 51 शिक्षकों पर विभागीय कार्रवाई से पहले उनकी व्यक्तिगत सुनवाई की गई। सुनवाई के लिए बुलाए गए 51 में से 49 शिक्षकों ने उपस्थित होकर उप निदेशक माध्यमिक शिक्षा डा. महेंद्र चौधरी के समक्ष अपना स्पष्टीकरण दिया। अनुपस्थित रहे दो शिक्षकों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। जिले में न्यून परिणाम वाले 58 में से सात शिक्षकों ने अपना संतोषजनक स्पष्टीकरण पहले दे दिया था। जिस पर उनके प्रकरण समाप्त किए जा चुके हैं। अब मिले स्पष्टीकरणों की जांच व विश्लेशण किया जाएगा। दोषी पाए जाने पर नियमानुसार विभागीय कार्रवाई की जाएगी। इन समस्त शिक्षकों को पूर्व में नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया था। जिसके आधार पर उचित कारण न पाए जाने पर उन शिक्षकों को व्यक्क्तिगत सुनवाई का अवसर दिया गया। दिनभर चली सुनवाई में विभाग के सहायक निदेशक ओमप्रकाश फगेडिय़ा व सरिता आत्रेय, लिपिक जाकिर व वासुदेव आदि ने सहयोगी भागीदारी निभाई।
झुंझुनूं की चार व सीकर की सुनवाई आठ को
शैक्षिक प्रकोष्ठ अधिकारी सोमेश शर्मा ने बताया कि आगामी चार मई को झुंझुनूं व आठ मई को सीकर जिले के शिक्षकों की व्यक्तिगत सुनवाई की जाएगी। सुनवाई में झुंझुनूं जिले के 58 व सीकर जिले के 55 शिक्षकों को बुलाया गया है।
कार्यालय में रही चहल-पहल
सुनवाई के लिए शिक्षकों के पहुंचने के कारण कार्यालय में दिनभर चहल-पहल रही। शिक्षक अपनी बारी के इंतजार में खड़े नजर आए।
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