चूरू.
जिले में अब तक स्वच्छता जागरूकता के लिए जो वॉलंटियर काम कर रहे थे उनके लिए अच्छी खबर है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत स्वच्छता जागरूकता के लिए काम करने वाले स्वच्छताग्रहियों को अब काम के बदले मानदेय भी दिया जाएगा। लेकिन उक्त स्वच्छताग्रहियों का अब नए सिरे से चयन किया जाएगा। प्रत्येक गांव में दो-दो स्वच्छताग्रही लगाए जाएंगे। जो बड़े गांव हैं वहां तीन या चार स्वच्छताग्रही लगाए जाएंगे। लेकिन इसे दो चरणों में संपन्न किया जाएगा। जिले में करीब २००० स्वच्छताग्रही लगाए जाएंगे। इसका मुख्य उद्देश्य संपूर्ण स्वच्छता की प्राप्ति और स्वच्छता की निरंतरता को बनाए रखना है।
जिला परिषद में स्वच्छ भारत मिशन के समन्वयक श्यामलाल पारीक ने बताया कि चयन के बाद स्वच्छताग्रहियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के बाद स्वच्छताग्रही गांवों में पहले से बने शौचालयों को उपयोग व नए शौचालयों को बनवाने के लिए लोगों को प्रेरित करेंगे। चयन में महिला व पहले से उक्त काम कर रहे उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी जाएगी। प्रशिक्षण के बाद स्वच्छताग्रहियों को एक किट दी जाएगी। जिसमें शौचालय तकनीक से संबंधित पुस्तिका, स्टेशनरी, पेन, रजिस्टर, टोपी व टीशर्ट आदि प्रदान किए जाएंगे। 50 से 100 घर पर एक स्वच्छताग्रही होगा। स्वच्छताग्रहियों को प्रत्येक काम के लिए अलग-अलग रुपए दिए जाएंगे।
प्रत्येक काम के लिए अलग-अलग मानदेय
जैसे दो बड़े शौचालय बनवाने पर 50 रुपए, प्रत्येक अनउपयोगी शौचायल के उपयोग में लाने के लिए प्रेरित करने पर प्रत्येक घर पेटे 25 रुपए दिए जाएंगे। 50से 100 घरों के परिवार वाले गांव में डे्रनेज, बॉयोगैस, नाली व मार्केट आदि की साफ-सफाई, सुबह-शाम की निगरानी, रात्रि चौपाल, स्वच्छता पर ग्रामीण बैठक, ओडीएफ स्थायित्व पर गतिविधियां संपादित करने पर प्रत्येक गतिविधि के हिसाब से दो सौ रुपए दिए जाएंगे। इस निर्णय से बेरोजगार युवाओं एवं महिलाओ को लाभ होगा। स्वच्छता के प्रति जागरूकता भी बढ़ेगी।शहर-गांवों में सफाई बढ़ेगी। इस निर्णय का सभी लोगों ने स्वागत किया है। उन्होंर्ने इसे जनहित में कार्य बताया है।
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