चूरू.
बाड़मेर के एक विद्यालय में कार्यरत सेकंड ग्रेड अध्यापक अजयसिंह कस्वां (35) ने सोमवार सुबह चूरू के पंखा सर्किल स्थित वार्ड तीन में अपने घर में आत्महत्या कर ली। कुछ देर दरवाजा नहीं खुलने पर परिजनों ने आस-पास के लोगों को बुलाकर दरवाजा तोड़कर देखा तो वह बेहोश पड़ा था। घटना के बाद से परिवार में कोहराम मच गया।
मामले की जांच कर रहे कोतवाली थाना पुलिस ने बताया कि सुबह अस्पताल चौकी से सूचना मिली कि एक युवक ने आत्महत्या कर ली है। मृतक बाड़मेर जिले में शिक्षक की नौकरी करता था और 25 दिसंबर को ही घर आया था। परिजन बता रहे हैं वह मानसिक रूप से बीमार चल रहा था। सोमवार सुबह उसने कमरा बंद कर लिया और गले में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
दरवाजा नहीं खोलने पर लोगों ने दरवाजा तोड़ा तो वह बेहोश पड़ा था। परिजन उसे डीबी अस्पताल लेकर आए। लेकिन चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक का मूल गांव भामासी है। कुछ साल पहले वार्ड तीन में मकान बनाकर रह रहा था। पिता मंगल सिंह की रिपोर्ट पर मरग दर्ज कर ली गई है।
2013 में लगा था नौकरी पर
अजय 2013 में सेकंड ग्रेड शिक्षक के लिए चयनित हुआ था। दो भाइयों में वह सबसे बड़ा था। घर में नौकरी करने वाला एक ही व्यक्ति था। उसके एक आठ साल का बेटा और चार साल की एक बेटी है। घटना के दौरान घर में पिता, पत्नी व बच्चे भी मौजूद थे।
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